भारत में बदलता प्यार: अब रिश्तों की कहानी में आया नया मोड़
भारत में प्यार बदल रहा है — और यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां swipe करते हैं। Gleeden द्वारा किए गए एक नए सर्वे में, जिसमें देशभर के 1,500 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, यह सामने आया कि छोटे शहरों के रोमांटिक लोग अब भी “हमेशा के लिए” में विश्वास रखते हैं, जबकि बड़े शहरों के लोग रिश्तों के नए विकल्पों के साथ प्रयोग कर रहे हैं।
मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे टियर-1 शहरों में सिर्फ 54% लोग मानते हैं कि आने वाले दशक में एक-पति/एक-पत्नी (monogamy) मॉडल ही प्रमुख रहेगा। बाकी 46% लोग open relationship या polyamory जैसे लचीले रिश्तों को स्वीकार कर रहे हैं।
वहीं टियर-2 शहरों — जैसे जयपुर, लुधियाना, पटना, कोच्चि, गुवाहाटी और इंदौर — में “सिर्फ तुम और मैं” वाला मॉडल अब भी मजबूत है। यहाँ 62% लोग अब भी पारंपरिक रिश्तों में भरोसा रखते हैं। लेकिन बदलाव की बयार यहाँ भी महसूस की जा सकती है — 38% प्रतिभागियों ने कहा कि उनकी सोच पिछले पांच सालों में बदली है।
दिलचस्प बात यह है कि प्यार के भविष्य को लेकर दोनों वर्गों की सोच अब एक जैसी होती जा रही है। 52% टियर-1 और 59% टियर-2 शहरों के लोगों का मानना है कि अगले दशक में open relationships सामान्य बन जाएँगे। वहीं 54% टियर-1 और 64% टियर-2 प्रतिभागी मानते हैं कि polyamory और non-monogamous relationships को भारतीय समाज में अधिक स्वीकार्यता मिलेगी।
तो क्या एकनिष्ठ रिश्ते (monogamy) का अंत निकट है?
अभी नहीं। सर्वे में पाया गया कि कई लोग अभी “देखो और इंतज़ार करो” वाले रवैये पर हैं — टियर-1 में 24% और टियर-2 में 20%। यानी अब प्यार सिर्फ भौगोलिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत समझौते का विषय बनता जा रहा है।
टेक्नोलॉजी ने भी इस कहानी में नया मोड़ जोड़ा है। 69% प्रतिभागियों का मानना है कि dating apps और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने बेवफाई को आसान बना दिया है। फिर भी, परंपरा पूरी तरह मिट नहीं गई है। दोनों ही समूहों में अधिकांश लोग मानते हैं कि monogamy अभी भी कायम रहेगी — कम से कम फिलहाल के लिए।
“हम देख रहे हैं कि शहरी और अर्ध-शहरी आबादी में वफादारी की परिभाषा बदल रही है। परंपरा और तकनीक के बीच tug of war चल रही है, लेकिन असली फर्क शहर नहीं, बल्कि जोड़ों के बीच की बातचीत से तय होगा कि प्यार का भविष्य किस दिशा में जाएगा,”
कहती हैं सिबिल शिड्डेल, रिलेशनशिप मैनेजर, Gleeden India।
(संपादन: शोमा भट्टाचार्य)
