₹70,000 करोड़ मूल्यांकन पर लेंसकार्ट — प्रमोटर की अगुवाई में होने वाली लिस्टिंग नए दौर के रिटेल में निवेशकों की दिलचस्पी की कसौटी बनेगी

Ziddibharat@619
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📅 IPO डिटेल्स: एक बड़ी शुरुआत की तैयारी

भारत की अग्रणी आईवियर कंपनी Lenskart अब शेयर बाज़ार में धमाकेदार एंट्री करने जा रही है।
कंपनी का आईपीओ 31 अक्टूबर से खुलकर 4 नवंबर तक चलेगा, और 10 नवंबर को इसकी लिस्टिंग होगी।
इस दौरान Lenskart लगभग ₹70,000 करोड़ (यानी $7.9 बिलियन) के वैल्यूएशन को लक्षित कर रही है।

यह लिस्टिंग सिर्फ एक वित्तीय कदम नहीं, बल्कि भारत के नए युग के रिटेल सेक्टर में निवेशकों के भरोसे की परीक्षा भी मानी जा रही है।


🏢 भारत से वैश्विक ब्रांड बनने तक का सफर

आज Lenskart भारत की सबसे बड़ी आईवियर ब्रांड बन चुकी है।
देशभर में इसके 928 स्टोर्स हैं, जिनमें ज़्यादातर मेट्रो शहरों में हैं।
अब कंपनी की नज़र टियर-2 और टियर-3 शहरों पर है, जहाँ वह तेज़ी से विस्तार कर रही है।

सिर्फ भारत ही नहीं, Lenskart ने अब मिडिल ईस्ट, साउथ ईस्ट एशिया और जापान जैसे अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में भी कदम रख लिया है —
जिससे उसकी वैश्विक मौजूदगी और मजबूत हुई है।


💰 निवेशकों का भरोसा बरकरार

SoftBank समर्थित इस कंपनी में निवेशकों का विश्वास लगातार बढ़ता जा रहा है।

  • DMart के राधाकिशन दमानी ने कंपनी में ₹90 करोड़ का निवेश किया।

  • वहीं को-फाउंडर Peyush Bansal ने हाल ही में ₹200 करोड़ के शेयर फिर से ख़रीदे।

डिजिटल-फर्स्ट सेगमेंट में यह कुछ गिनी-चुनी प्रमोटर-नेतृत्व वाली लिस्टिंग्स में से एक है,
जो कंपनी की विश्वसनीयता और स्थिरता को दर्शाती है।


👨‍💼 बांसल दंपति की बड़ी उपलब्धि

Lenskart की लिस्टिंग Peyush Bansal और Neha Bansal — दोनों के लिए एक ऐतिहासिक माइलस्टोन है।

  • Peyush Bansal के पास 17.3 करोड़ शेयर (10.3%) हैं, जो उन्होंने ₹18.6 प्रति शेयर पर ख़रीदे थे।
    आज उनकी वैल्यू ₹322 करोड़ से बढ़कर ₹6,964 करोड़ तक पहुँच चुकी है — यानी 2,061% की वृद्धि

  • Neha Bansal के पास 12.8 करोड़ शेयर हैं, जो ₹7.6 की दर से लिए गए थे।
    अब उनकी हिस्सेदारी ₹98 करोड़ से बढ़कर ₹5,156 करोड़ की हो गई है — यानी 5,189% का शानदार रिटर्न

दोनों की संयुक्त हिस्सेदारी अब SEBI के 20% प्रमोटर लॉक-इन थ्रेशहोल्ड से थोड़ी कम है।
इस नियम को पूरा करने के लिए कंपनी के प्रमुख निवेशक —
Abu Dhabi Investment Authority (12.5%), SoftBank (15%), Kedaara Capital (6%), और Premji Invest (5.1%)
ने अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा 18 महीनों के लिए लॉक-इन रखने पर सहमति जताई है।

यह कंपनी की रेगुलेटरी पारदर्शिता और दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।


🚀 Lenskart IPO: एक नई परीक्षा

मजबूत ब्रांड इक्विटी, बेहतर पूंजी उपयोग और लगातार बढ़ते रिटेल नेटवर्क के साथ,
Lenskart का IPO भारतीय उपभोक्ता-टेक सेक्टर के लिए एक “लिटमस टेस्ट” साबित हो सकता है।

यह सिर्फ एक कंपनी की लिस्टिंग नहीं, बल्कि इस बात की परीक्षा होगी कि —
क्या भारतीय निवेशक अब टेक-ड्रिवन, ओमनीचैनल रिटेल कंपनियों पर भी उतना ही भरोसा करने को तैयार हैं,
जितना उन्होंने पारंपरिक कंपनियों पर किया है।

 

⚠️ अस्वीकरण –  Ziddi Bharat केवल सूचनात्मक उद्देश्य से व्यापार और शेयर बाज़ार से जुड़ी ख़बरें प्रदान करता है। इसे किसी भी प्रकार की निवेश सलाह (Investment Advice) के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने योग्य वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से परामर्श अवश्य करें।




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