भारत के समुद्री विकास के लिए विश्वसनीयता और स्मार्ट फंडिंग अहम: नितिन गडकरी

Ziddibharat@619
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नई दिल्ली — केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इंडियन मेरीटाइम वीक (Indian Maritime Week) के दौरान कहा कि भारत के समुद्री क्षेत्र में रोज़गार सृजन (job creation) और विदेशी निवेश (foreign investment) की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अपार संभावनाओं से भरा हुआ है, लेकिन इसके विकास को गति देने के लिए नवोन्मेषी वित्तीय मॉडल (innovative funding models) अपनाने की आवश्यकता है।

गडकरी ने अपने कार्यकाल के एक अनुभव को याद करते हुए बताया कि उन्होंने सिंगापुर के डीबीएस बैंक (DBS Bank) से डॉलर में फंड जुटाने का प्रयोग किया था, लेकिन मुद्रा विनिमय दरों (currency fluctuations) में उतार-चढ़ाव के कारण यह प्रक्रिया जोखिमपूर्ण साबित हुई — यदि हेजिंग (hedging) न की जाए तो नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।

उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा —

“भारत को वैश्विक निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए अपनी विश्वसनीयता (credibility) को मज़बूत बनाना होगा। क्योंकि अगर विश्वसनीयता नहीं होगी, तो हम पूंजी (funds) नहीं जुटा पाएंगे।”

केंद्रीय मंत्री ने जापान से मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के वित्तपोषण (metro rail financing) को एक सफल उदाहरण बताते हुए कहा कि भारत को भी विदेशी निवेश और मुद्रा जोखिम को संभालने के लिए सुसंगठित तंत्र (structured mechanisms) की ज़रूरत है।

गडकरी ने कहा कि भारत की समुद्री अर्थव्यवस्था मजबूत बुनियाद पर खड़ी है — और यदि पारदर्शिता (transparency) और भरोसे (trust) को केंद्र में रखा जाए, तो यह क्षेत्र आने वाले वर्षों में तेज़ी से विस्तार (significant expansion) कर सकता है।

“हमारे पास आर्थिक रूप से मजबूत आधार है, वैश्विक निवेशकों की रुचि भी बढ़ रही है — अब ज़रूरत है कि हम इसे विश्वसनीय और टिकाऊ दिशा में आगे बढ़ाएँ,” उन्होंने कहा।

 

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