बरसात के मौसम में स्वस्थ रहने के घरेलू नुस्खे: हल्दी वाला दूध से तुलसी चाय तक

Ziddibharat@619
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मानसून गर्मी से राहत तो लाता है, लेकिन इसके साथ सर्दी, खांसी, बुखार और पाचन संबंधी समस्याएं भी लेकर आता है।
रसोई में मौजूद साधारण चीज़ें—जैसे तुलसी, हल्दी वाला दूध, अदरक और लहसुन—आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, लक्षणों को कम करने और पूरे बरसात के मौसम में आपको स्वस्थ रखने में मदद कर सकती हैं।
यहाँ कुछ प्रभावी घरेलू नुस्खे दिए गए हैं जो मौसमी बीमारियों से बचाव में सहायक हैं: (छवि: Canva)

Tulsi plant./Image Wikimedia Commons
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तुलसी (Holy Basil):
तुलसी अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है और मानसून के दौरान होने वाली बीमारियों के लिए सबसे लोकप्रिय घरेलू नुस्खों में से एक है। इसके वायरल, बैक्टीरियल और फंगल-रोधी गुण श्वसन संक्रमणों से लड़ने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं।
आप इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं—ताज़ी तुलसी की पत्तियाँ चबाकर या इसे उबालकर गरम, सुकून देने वाली तुलसी चाय बनाकर।
(छवि: Wikimedia Commons)
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हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk):
हल्दी वाला दूध मानसून के दौरान एक प्रभावी घरेलू नुस्खा है, जो अपने सूजन-रोधी (anti-inflammatory) और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। यह गले के दर्द को शांत करने, सूजन कम करने और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है, जिससे सर्दी-खांसी से जल्दी आराम मिलता है।
इसे बनाने के लिए, एक कप गुनगुने दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालें और सोने से पहले पिएं।
यह पारंपरिक उपाय आपकी स्वास्थ्य दिनचर्या में एक उत्कृष्ट जोड़ साबित हो सकता है।
(छवि: Canva)

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अदरक (Ginger):
अदरक अपने एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल और सूजन-रोधी (anti-inflammatory) गुणों के लिए जानी जाती है। यह मांसपेशियों के दर्द को कम करने, मतली को दूर करने और गले की खराश को शांत करने में बेहद प्रभावी है।
अदरक की चाय बनाने के लिए, कच्चे अदरक के टुकड़ों को उबलते पानी में कुछ मिनट तक उबालें।
यह गर्म और हाइड्रेटिंग पेय मानसून के मौसम में होने वाली मौसमी असुविधाओं से राहत दिलाने में विशेष रूप से लाभदायक है।
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भाप लेना (Steam Inhalation):
भाप लेना बरसात के मौसम में सर्दी-जुकाम के लक्षणों से राहत पाने का सरल और प्रभावी घरेलू उपाय है। यह नाक बंद होने को खोलने, गले की जलन को शांत करने और साइनस के दबाव को कम करने में मदद करता है।
इसे करने के लिए, पानी को उबालें, सिर पर तौलिया रखकर झुकें और 10–15 मिनट तक गहरी सांस लें।
अधिक राहत के लिए, आप यूकेलिप्टस या पुदीना तेल की कुछ बूंदें मिला सकते हैं। यह उपाय सांस संबंधी तकलीफों से त्वरित राहत प्रदान करता है।
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गर्म भोजन (Hot Meals):
बरसात के मौसम में ताजा पकाया हुआ गर्म खाना, जैसे सूप या खिचड़ी, आरामदायक और पोषण से भरपूर होता है। ये गर्म और पौष्टिक भोजन शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं और जरूरी पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
इनमें काली मिर्च, जीरा और दालचीनी जैसे मसाले मिलाने से स्वाद बढ़ता है और साथ ही ये एंटीमाइक्रोबियल गुणों के कारण संक्रमण से लड़ने और प्रतिरक्षा बढ़ाने में मदद करते हैं।
(छवि: Canva)

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लहसुन (Garlic):
लहसुन एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है, जिसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। ये बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए बेहद उपयोगी है।
इसे कच्चा खाया जा सकता है, भोजन में अधिक मात्रा में मिलाया जा सकता है, या फिर लहसुन की चाय बनाकर पी सकते हैं — इसके लिए कुचले हुए लहसुन की कलियों को पानी में उबालें और थोड़ा शहद मिलाएं।
नियमित रूप से इसका सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और मौसमी संक्रमणों से बचाव में मदद करता है।
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मुलेठी (Liquorice Root):
मुलेठी बरसात के मौसम में जुकाम और गले के दर्द के लिए एक बेहतरीन घरेलू नुस्खा है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-इन्फ्लेमेटरी और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुण शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं।
इसे छोटे टुकड़ों में चबाया जा सकता है या फिर इसकी जड़ को पानी में उबालकर चाय बनाई जा सकती है।
मुलेठी की चाय गले को आराम देती है और मौसमी बीमारियों से बचाव में सहायक होती है।
(छवि: Canva)

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