तिल का तेल (Sesame Oil) – इस अनुष्ठान का मुख्य अंग |
तिल का तेल अभ्यंग स्नान का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसे हल्का गर्म करके नहाने से पहले पूरे शरीर पर मालिश की जाती है। यह त्वचा को पोषण देता है, रक्त संचार को बेहतर बनाता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। (छवि: कैनवा)
चने के आटे, चंदन, हल्दी और गुलाबजल से बना पारंपरिक उबटन त्वचा को प्राकृतिक रूप से एक्सफोलिएट और निखारता है। यह त्वचा को त्योहारी चमक देता है, जिससे वह मुलायम और ताज़गीभरी महसूस होती है। (छवि: कैनवा)
5. Warm Water – Symbol of Renewal | Bathing with warm water after the oil massage signifies the cleansing of negativity and impurities, preparing the body and mind for auspicious celebrations. (Image: Canva)
तेल मालिश के बाद गुनगुने पानी से स्नान करना नकारात्मकता और अशुद्धियों को दूर करने का प्रतीक है। यह शरीर और मन को पवित्र बनाकर शुभ त्योहारों के लिए तैयार करता है। (छवि: कैनवा)
स्नान से पहले नारियल या आंवला तेल से सिर की मालिश करने से बाल मजबूत होते हैं और मानसिक शांति मिलती है — यह अभ्यंग स्नान की समग्र देखभाल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। (छवि: कैनवा)

