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कैम्ब्रिज के घर में मिली डाली की कलाकृति हजारों में बिकी
ज़िद्दी भारत की ख़बर के अनुसार: साल्वाडोर डाली की वेकियो सुल्तानो (Vecchio Sultano) नामक कलाकृति 150 पाउंड में मिली और फिर हजारों में बिक गई।
एक एंटीक और कला डीलर (antique and art dealer) द्वारा घर की सफ़ाई (house clearance) में 150 पाउंड में खरीदी गई साल्वाडोर डाली की एक कलाकृति, नीलामी (auction) में हजारों पाउंड में बिकी।
वेकियो सुल्तानो (Vecchio Sultano), जो जल रंग (watercolour paint) और एक फेल्ट-टिप पेन से बनी एक मिश्रित-मीडिया कलाकृति (mixed-media piece) है, अरेबियन नाइट्स का एक चित्रण है और यह कैम्ब्रिज के एक घर में मिला था।
चेफिन्स नीलामीकर्ताओं (Cheffin Auctioneers) द्वारा बेचे जाने से पहले एक डाली विशेषज्ञ ने इसे प्रामाणिक (authenticated) घोषित किया। माना जाता है कि यह अनुमानित 20,000 से 30,000 पाउंड से अधिक में बिका है।
नीलामी घर ने ज़िद्दी भारत को बताया कि यह उन 500 कलाकृतियों की श्रृंखला में से एक थी जिसे स्पेनिश अति-यथार्थवादी कलाकार (Spanish surrealist artist) ने मध्य पूर्वी लोककथाओं को दर्शाने के लिए बनाने का इरादा किया था, और जिसे एक अमीर इतालवी जोड़े (wealthy Italian couple) ने शुरू करवाया था।
चेफिन्स की गैब्रिएल डाउनी ने ज़िद्दी भारत को बताया: “विक्रेता, जो गुमनाम रहना चाहता है, ने पेंटिंग पर प्रारंभिक शोध (initial research) किया और पता चला कि 1990s में सोथबी (Sotheby’s) में इस चित्र को डाली के रूप में पूरी तरह से पहचान (attributed) कर बिक्री के लिए पेश किया गया था।
“आधुनिक कला की दुनिया में पहचान (attribution) का खो जाना काफी दुर्लभ है, जिससे यह डाली के विद्वानों के लिए एक महत्वपूर्ण पुनर्खोज (significant rediscovery) बन गई है।
“दुनिया के सबसे प्रसिद्ध कलाकारों में से एक और अति-यथार्थवाद (Surrealism) के जनक (godfather) द्वारा बनाई गई कलाकृति की वास्तविक पुनर्खोज को संभालना एक सच्चा सम्मान है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह कलाकृति, जिसका आकार सिर्फ 38 सेंटीमीटर (15 इंच) गुणा 29 सेंटीमीटर (11 इंच) है, असामान्य है और जल रंग में काम करते समय कलाकार के अभ्यास का एक अलग पक्ष दिखाती है।

डाली की जल रंग कलाकृति का असामान्य पक्ष
जल रंग (watercolour) और एक फेल्ट-टिप पेन का उपयोग करके बनाई गई यह कलाकृति डाली के अधिक पहचाने जाने वाले कार्यों से थोड़ी अलग (a bit of a departure) मानी जाती है।
चेफिन्स (Cheffins) ने ज़िद्दी भारत को बताया कि डाली ने इच्छित 500 कार्यों में से केवल 100 ही पूरे किए, और उनमें से आधे रिज़ोली प्रकाशन गृह (publishing house Rizzoli) के पास रह गए।
अन्य 50 कलाकृतियाँ इतालवी परिवार के जूसेप (Giuseppe) और मारा अलबारेटो (Mara Albaretto) के पास रहीं, जिन्होंने उन्हें बनवाया था और जो बाद में उनकी बेटी क्रिस्टीना को विरासत में मिलीं, जो डाली की धर्मपुत्री (god-daughter) भी थीं।
सुश्री डाउनी ने कहा: “सबसे अधिक संभावना यह है कि विचाराधीन कलाकृति उन 50 कलाकृतियों के समूह में से आई थी जिन्हें प्रकाशकों द्वारा रखा गया था और बाद में खो दिया गया था।”
साल्वाडोर डाली का साक्षात्कार
ज़िद्दी भारत की ख़बर के अनुसार: 1951 में साल्वाडोर डाली को ज़िद्दी भारत द्वारा साक्षात्कार (interviewed) दिया जा रहा था। इस स्पेनिश कलाकार का निधन 1989 में हुआ था।


