इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOC) ने जुलाई–सितंबर 2025 (दूसरी तिमाही, FY26) में अपने शुद्ध मुनाफे में साल-दर-साल (YoY) जबरदस्त उछाल दर्ज किया है। कंपनी ने ₹7,610.45 करोड़ का अकेला (standalone) शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह लाभ केवल ₹180.01 करोड़ था। इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण रहे स्थिर उत्पाद बिक्री, कुकिंग गैस पर अंडर-रिकवरी में कमी, और बेहतर परिचालन प्रदर्शन।
इस तिमाही के दौरान कंपनी की ऑपरेशंस से आय (Revenue from Operations) 4.02% बढ़कर ₹2,02,992.34 करोड़ रही, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह ₹1,95,148.94 करोड़ थी।
कंपनी का समायोजित ईबीआईटीडीए (Adjusted EBITDA), अन्य आय को छोड़कर, ₹14,583 करोड़ रहा, जो लगभग 7.2% के परिचालन मार्जिन को दर्शाता है।
आईओसी का कुल खर्च ₹1,94,450 करोड़ रहा, जिसमें कच्चे माल की लागत ₹89,939 करोड़, वित्तीय खर्च ₹2,169 करोड़, और घटाव एवं परिशोधन (Depreciation & Amortisation) ₹3,871 करोड़ रहा।
कंपनी का औसत ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) अप्रैल–सितंबर 2025 के लिए $6.32 प्रति बैरल रहा, जो पिछले वर्ष के $4.08 प्रति बैरल से अधिक है। वहीं, कोर GRM (इन्वेंटरी प्रभाव को छोड़कर) $7.89 प्रति बैरल रहा, जो मजबूत परिचालन क्षमता को दर्शाता है।
तिमाही के दौरान आईओसी की घरेलू उत्पाद बिक्री 22.85 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) और निर्यात 1.41 MMT दर्ज किया गया।
आईओसी ने अपने तिमाही परिणाम बाजार बंद होने के बाद जारी किए। दिन के दौरान कंपनी के शेयर 3.19% बढ़कर ₹155.15 पर बंद हुए।
अस्वीकरण (Disclaimer):
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